अध्याय 1: अंधेरे में फुसफुसाहट गाँव पाली एक साधारण भारतीय गाँव था , जो घने और रहस्यमयी कालीघाट जंगल के किनारे बसा हुआ था। यहाँ लोग अपनी खेती - बाड़ी में व्यस्त रहते थे और छोटी - छोटी चीज़ों में खुश रहते थे। लेकिन इन दिनों गाँव की हवा में एक अजीब सा बदलाव महसूस हो रहा था। लोग अब शाम ढलने के बाद अपने घरों से बाहर निकलने से डरते थे। जहाँ पहले रात को झींगुरों की आवाज़ और हल्की हवा चलती थी , वहीं अब एक भयानक खामोशी फैल चुकी थी। ऐसा लगता था मानो खुद रात डर गई हो। सबसे पहले अजीब घटनाएँ रवि के साथ शुरू हुईं। रवि गाँव का एक मेहनती किसान था , जिसने अपनी छोटी सी जमीन पर सालों से खेती की थी। एक शाम , जब वह खेत से घर लौटा , तो उसने पाया कि उसके मवेशी गायब थे। उसकी फसलें , जो एक दिन पहले तक हरी - भरी थीं , अचानक सूख गईं थीं। वह अचंभित होकर इधर - उधर देखता रहा , लेकिन कुछ समझ नहीं आया। थके हुए रवि ने जैसे ही अपने घर का दरवा...